HRA छूट: अपनी संभावित बचत की गणना करें और लाभ का दावा कर सकते हैं

HRA छूट

HRA (हाउस रेंट अलाउंस) छूट एक महत्वपूर्ण कर-बचत का उपाय है जो भारत में वेतनभोगियों के लिए खास है, जो किराए पर रह रहे हैं। HRA छूट की गणना करने और उसका दावा करने से आपकी कर योग्य आय में काफी कमी हो सकती है। यहां हम HRA छूट की गणना कैसे करें और इसका दावा कैसे करें, इस पर विस्तृत जानकारी देंगे।

HRA छूट क्या है?

HRA एक वेतन का हिस्सा होता है जो आपके द्वारा किराए पर लिए गए घर के खर्च को पूरा करने के लिए आपके नियोक्ता द्वारा प्रदान किया जाता है। HRA छूट आयकर अधिनियम की धारा 10(13A) के तहत दी जाती है। इस छूट की गणना निम्नलिखित तीन कारकों के आधार पर की जाती है:

  1. वास्तव में प्राप्त HRA: यह कुल HRA है जो आपने वित्तीय वर्ष के दौरान प्राप्त किया है।
  2. भाड़ा चुकाया गया – मूल वेतन का 10%:भाड़ा चुकाया गया−(10%×मूल वेतन)\text{भाड़ा चुकाया गया} – (10\% \times \text{मूल वेतन})
  3. मेट्रो शहरों के लिए मूल वेतन का 50% या गैर-मेट्रो शहरों के लिए मूल वेतन का 40%:50%×मूल वेतन(यदि मेट्रो)50\% \times \text{मूल वेतन} \quad \text{(यदि मेट्रो)} 40%×मूल वेतन(यदि गैर-मेट्रो)40\% \times \text{मूल वेतन} \quad \text{(यदि गैर-मेट्रो)}

इन तीन गणनाओं में से सबसे कम राशि HRA छूट के रूप में मान्य होगी।

उदाहरण के साथ गणना

मान लीजिए आपके पास निम्नलिखित विवरण हैं:

  • मूल वेतन: ₹5,00,000 प्रति वर्ष
  • HRA प्राप्त: ₹2,00,000 प्रति वर्ष
  • भाड़ा चुकाया गया: ₹1,80,000 प्रति वर्ष
  • रहने का शहर: बैंगलोर (गैर-मेट्रो)

अब, HRA छूट की गणना करें:

  1. वास्तव में प्राप्त HRA: ₹2,00,000
  2. भाड़ा चुकाया गया – मूल वेतन का 10%: ₹1,80,000−(10%×₹5,00,000)=₹1,80,000−₹50,000=₹1,30,000₹1,80,000 – (10\% \times ₹5,00,000) = ₹1,80,000 – ₹50,000 = ₹1,30,000
  3. गैर-मेट्रो शहरों के लिए मूल वेतन का 40%: 40%×₹5,00,000=₹2,00,00040\% \times ₹5,00,000 = ₹2,00,000

HRA छूट गणना:

तीनों मूल्यों में से न्यूनतम ₹1,30,000 होगी, जो HRA छूट के रूप में मान्य होगी। शेष HRA (₹2,00,000 – ₹1,30,000 = ₹70,000) आपकी कर योग्य आय में जोड़ा जाएगा।

HRA छूट का दावा कैसे करें

  1. किराया रसीदें प्रस्तुत करें: HRA छूट का दावा करने के लिए आपको अपने नियोक्ता को किराया रसीदें या किराया समझौता प्रस्तुत करना होगा।
  2. भाड़े के मालिक का PAN: यदि वार्षिक भाड़ा ₹1,00,000 से अधिक है, तो आपको छूट का दावा करने के लिए भाड़ा मालिक का PAN प्रदान करना होगा।
  3. आईटीआर में सही विवरण भरें: अपने आयकर रिटर्न (ITR) को भरते समय सुनिश्चित करें कि HRA छूट के विवरण सही ढंग से भरे गए हैं।
  4. फॉर्म 16 में HRA समायोजित करें: सुनिश्चित करें कि आपका फॉर्म 16 सही HRA छूट को दर्शाता है ताकि आपके ITR भरने में कोई विसंगति न हो।

निष्कर्ष

HRA छूट की सही गणना से आप महत्वपूर्ण कर बचत कर सकते हैं। आवश्यक दस्तावेज जैसे कि किराया रसीदें और किराया समझौता को बनाए रखना महत्वपूर्ण है ताकि छूट का दावा बिना किसी समस्या के किया जा सके। नियमित रूप से HRA छूट की समीक्षा और कर संबंधी प्रभावों को समझकर आप अपनी कर-बचत रणनीतियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।

HRA छूट

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