अगर CNG कार आपके पास भी तो पनाएं ये टिप्स जान बचाएगी! पूरी जानकारी पढ़ें

CNG 

CNG (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) कारें आज के समय में बहुत लोकप्रिय हो गई हैं, खासकर उन लोगों के बीच जो पर्यावरण के प्रति जागरूक हैं और अपने वाहन के ईंधन खर्च को कम करना चाहते हैं। हालांकि, CNG कारों के मालिकों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि वे अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। इन सावधानियों और टिप्स का पालन करके न केवल कार की उम्र बढ़ाई जा सकती है, बल्कि संभावित खतरों से भी बचा जा सकता है।

CNG किट और सिलेंडर की नियमित जांच और सर्विसिंग सबसे जरूरी है। चूंकि CNG एक ज्वलनशील गैस है, इसलिए किसी भी प्रकार की लीकेज बेहद खतरनाक हो सकती है। नियमित सर्विसिंग के दौरान किट के सभी हिस्सों की, जैसे कि पाइप्स, कनेक्शन, और वाल्व्स, की अच्छी तरह से जांच होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की खराबी या लीकेज पाए जाने पर उसे तुरंत ठीक कराना चाहिए। इसके अलावा, CNG सिलेंडर की जांच भी समय-समय पर होनी चाहिए ताकि उसमें कोई जंग या डेंट न हो। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सिलेंडर पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें कोई संरचनात्मक कमजोरी नहीं है।

CNG सिलेंडर को पूरी तरह से भरवाने से बचना चाहिए। अधिकांश विशेषज्ञों का सुझाव है कि सिलेंडर को 80-90% तक ही भरवाना चाहिए ताकि तापमान बढ़ने पर गैस के फैलने के लिए पर्याप्त जगह बची रहे। इससे सिलेंडर पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा और किसी संभावित विस्फोट का खतरा भी कम हो जाएगा।

CNG कार को स्टार्ट करने और बंद करने के तरीके पर भी ध्यान देना चाहिए। कार को हमेशा पेट्रोल मोड में स्टार्ट करना चाहिए और उसके बाद CNG मोड में स्विच करना चाहिए। ऐसा करने से इंजन को पहले गर्म होने का मौका मिलता है, जिससे इंजन के पार्ट्स पर कम दबाव पड़ता है और उनकी लाइफ बढ़ती है। इसी तरह, गाड़ी को बंद करने से पहले पेट्रोल मोड में स्विच करना बेहतर होता है। इससे इंजन में बची हुई CNG पूरी तरह से खत्म हो जाती है और अगली बार स्टार्ट करने पर कोई समस्या नहीं आती।

उच्च गुणवत्ता वाले CNG किट और उसके पार्ट्स का उपयोग बेहद जरूरी है। सस्ते और नकली पार्ट्स का उपयोग कार की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। ये पार्ट्स न केवल जल्दी खराब होते हैं, बल्कि लीकेज और अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए हमेशा प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाले पार्ट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए।

CNG सिलेंडर की हाइड्रोस्टेटिक टेस्टिंग हर 3-5 साल में एक बार करानी चाहिए। यह टेस्टिंग सिलेंडर की संरचनात्मक ताकत और उसकी सुरक्षा की जांच के लिए होती है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि सिलेंडर दबाव को सहन करने में सक्षम है और उसमें कोई दोष नहीं है। यदि सिलेंडर इस टेस्ट में फेल हो जाता है, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए।

गाड़ी को पार्क करते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए। CNG कार को हमेशा खुली और हवादार जगह पर पार्क करना चाहिए। बंद या कम हवादार जगह पर गैस लीकेज का खतरा बढ़ जाता है, जो खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, CNG स्टेशन पर गैस भरवाते समय मोबाइल फोन का उपयोग और धूम्रपान से बचना चाहिए। स्पार्क या आग का स्रोत CNG के संपर्क में आने पर बड़ा हादसा कर सकता है।

इन सभी सावधानियों और टिप्स का पालन करके आप अपनी CNG कार को सुरक्षित और कुशलता से चला सकते हैं। इसके साथ ही, आप अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं। CNG कारें पर्यावरण के लिए अच्छी हैं, लेकिन इनका सही तरीके से उपयोग करना और उनकी नियमित देखभाल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

CNG

Read more:

काफी काम दामों में ये इलेक्ट्रिक स्कूटर मचाने वाला है जबरदस्त धूम हर कोई लुक और रेंज देख होगा दीवाना

Leave a Comment

Exit mobile version